Gomed : बदल देगा भाग्य यह चमत्कारी रत्न ! रंक को बना देता है राजा ……

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प्रतेक ग्रह के लिए अलग-अलग रत्न होते हैं.जैसे की सूर्य के लिए मानिक,चन्द्र के लिए मोती.ठीक इसी प्रकार राहू ग्रह का रत्न है gomed.

gomed ratan के धारण करने से मनुष्य पर कई तरह का प्रभाव परता है.जैसे की इस रत्न के धारण मात्र से,मनुष्य किसी भी तरह के,प्रेत बाधा,भुत बाधा.तांत्रिक प्रभाव से छुटकारा दिलाता है.आय में वृद्धि कराता है.राजनेता के लिए यह रत्न रामवाण का काम करता है.

gomed ratan किस जातक के लिए फायदामंद होता है ? 

वैसे तो gomed किसके लिए अधिक लाभकारी है,या किसके लिए घाटाप्रद है,यह तो विशेषकर कुंडली के एनी ग्रहों के देखने के बाद हि इसका निर्णय लिया जाता है.

यह विशेषकर वृष,मिथुन,कन्या,तुला,मकर और kumbh राशि और लग्न के जातकों के लिए अधिक लाभदायक होता है.जिस जातक के कुंडली में रहू लग्नेश का मित्र होकर पहले,चौथे,पांचवे,सातवें या नौवे स्थान पर हो तो उनके लिए gomed रत्न धारण करना अधिक फायदामंद होता है.

तथा दुसरे या ग्यारहवे भाव में अगर रहू की स्थिति है और लग्नेश का मित्र है, तो यह स्थिति खास करके धन और जायजाद के लाभ की स्थिति बनाता है.

gomed ratan इनको बनाता है रंक से राजा 

यदि कुंडली में रहू करक अवस्था में स्थित हो साथ ही सूर्य से युक्त या दृष्ट होकर सिंह राशी में स्थित हो तो,एसे जातक को रहू के महादशा या अन्तर्दशा में इस रत्न का प्रोग करना अधिक लाभदायक होगा.

किसी जातक की कुंडली में रहू अगर कारक अवस्था में मेष,कर्क,वृश्चिक,धनु राशी में स्थित हो तो एसे जातक को राहू रत्न gomed धारण करना अति उत्तम होता है.

gomed stone किस जातक के लिए शुभ होता है ? 

जिस किसी भी जातक का जन्म आदर,स्वाति या सतभिषा नक्षत्र में हुआ हो तो,एसे जातक के लिए यह रत्न धारण करना काफी अच्छा होता है.क्योंकि यह स्वयं राहू देव का नक्षत्र होता है.

इस राशी के जातक के लिए अमृत तुल्य है gomed 

साथ ही वैसे जातक जिसके जन्म कुंडली में राहू पाप ग्रह के प्रभाव में हो या मेष,कर्क,सिंह,वृश्चिक लग्न हो तो एसे जातक को भूलकर भी यह रत्न धारण नहीं करना चाहिए.और मीन,धनु  राशी और लग्न के जातकों को यदि कोई विशेष परिस्थिति हो तो ही रहू रत्न,किसी ज्योतिष के परमार्शानुशार ही gomed रत्न धारण करना चाहिए.

यदि किसी जातक के जन्म कुंडली में रहू छठे,आठवें या बारहवे भाव में स्थित हो तो भी उसे सोंच समझ कर हिन् रहू रत्न gomed ratan धारण करना चाहिए. तथा तीसरे,छठे और ग्यारहवें स्थान में यदि राहू हो और वो वृश्चिक या धनु राशी में, नहीं हो तो एसे जातक को यह रत्न धारण करना कोई अमृत से कम नहीं है.

gomed के विशेष लाभ यह है.

हर रत्न के कुछ औसधिये गुण होते हैं.वैसे तो राहू का कोई अपना विशेष अस्तित्व नहीं होता.यह जिस ग्रह या राशी के साथ होता है वैसा ही फल विशेष रूप से देता है.विशेषकर यह रत्न कफ,और वाद को संतुलन बनाये रखने में सहायक होता है.यह कुष्ठरोग,विष,जैन्य्रोग और विषाणु से होने वाले रोग तथा ह्रदय रोग से छुटकारा दिलाता है.

kumbh rashi Love : कुंभ राशी के जातक का हर सपना पूरा करता है यह रत्न . धन सम्पदा हो या प्यार

Disclaimer : यहाँ मुहैया सुचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है यह बताना आवश्यक है की Astroall.in  किसी भी तरह की मान्यता की पुष्टि नहीं करता है, इसके समुचित जानकारी के लिए सम्बंधित विशेषज्ञसे सलाह अवश्य लें |

 

2 टिप्पणी

  1. हैलो सर , आपकी वेबसाईट पे आकर बहुत अच्छा लग हे , आपने अपनी वेबसाईट पे बहुत अच्छे से काम कर रखा हे , बहुत बहुत धन्यवाद

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