belpatra ka prabhav : बेलपत्र के केवल तिन पत्ते का यह प्रभाव, दुकानदारों के लिए होगा एक चमत्कार

Date:

Share post:

belpatra ka prabhav : वैसे तो बेलपत्र के बारे में आप सभी जानते हैं.बेलपत्र के प्रभाव को भी जानते हैं.बेलपत्र के उपाय को भी जानते हैं.लेकिन क्या आप जानते हैं ? की belpatra के केवल तिन पत्ते का यह प्रभाव,दुकानदारों/बिजनसमैन के लिए होगा एक चमत्कार.

यहाँ से आप आज जान लेंगे की कैसे एक बेलपत्र चमत्कार दिखाएगा.इस तरह के अचूक उपाय के लिए जुड़े रहें astroall.in पर आचार्य शिवजी शास्त्री के साथ.

बेलपत्र का उपयोग : Use of belpatra 

बेलपत्र तो एक प्रकार का बहुउपयोगी पत्र है.विशेषतः belpatra का प्रयोग महादेव के पूजा के लिए प्रसिद्द माना जाता है.जबकि आप जाने की बेल पत्र का प्रयोग प्रत्येक पूजा-पाठ,अनुष्ठान में किया जा सकता है.इसके नियमतः उपयोग से अपुत्रवान भी पुत्रवान ,निर्धन धनवान,और विद्यार्थी भी विद्वान हो जाता है.

इसी प्रकार आज शिव पुराण में वर्णित एक उपाय आप भी जान लें.यह उपाय उन साहूकार/दुकानदार के लिए है,जिनका दूकान नहीं चल रहा है.अथवा कम चलता है.तो वैसे व्यक्ति अगर इस उपाय को करेंगे तो belpatra ka prabhav उनके लिए यह एक चमत्कार हीं होगा.

belapatr ka chamatkaar : सोमवार के दिन बेलपत्र के निचे दीपक जलाने के होते है कई फायदें ….

दूकान चलाने के लिए belpatra का प्रयोग कब करें ? 

जब कभी भी रविवार के दिन प्रदोष व्रत पर जाए.तो आपको इस उपाय को करना चाहिए.और सूर्यास्त से पहले ही आपको belpatra के इस उपाय को करना है.इसे करने के समय आपको कल लाल वस्त्र ही धारण करना चाहिए.

belpatra ka प्रयोग कैसे करें 

आपको बेलपत्र के तिन पत्ते लेने हैं.और आपके घर के आस-पास जो भी शिवालय हो वहां जाकर आपको महादेव की पूजा करनी है.फिर उस तीनो belpatra को जल से धो देना है.जिसमे से आप एक बेलपत्र अशोक सुंदरी वाले स्थान पर अर्पण कर देना है.

लेकिन बेलपत्र चढाने के समय यह ध्यान रखे.की बेलपत्र की डंडी हमेशा शिवलिंग के तरफ ही होना चाहिए.और बेलपत्र सीधा रखें.और अर्पित करते समय मन ही मन अपनी इच्छा भी बोल देना है.

फिर आपके पास जो दो बेलपत्र के पत्ते हैं,उनमे से एक बेलपत्र को महादेव के शिवलिंग पर चढ़ा देना है.और जब आप चढ़ाएं तो अपनी मनोकामना भी महादेव को सुना देना है.

परन्तु यह ध्यान रहे कि belpatra की डंडी आपके विपरीत दिशा में होना चाहिए. उसके बाद आपको उस शिवालय में जहाँ नन्दीश्वर विराजमान हों.वहाँ जाकर नंदी के कान में भी अपना इच्छा प्रकट कर देना है.

नंदी के कानों में अपनी इच्छा क्यों बोलना चाहिए ? 

शिव महापुराण के अनुसार जो भी भक्त महादेव के मंदिर,कुछ इच्छा लेकर जाते हैं.तो उन्हें महादेव के साथ-साथ अपने इच्छा को नन्दीश्वर के कान में भी बोलना चहिये.जिससे आपकी इच्छा जल्द ही पूर्ण हो जाती है.

belpatra ka prabhav

अब आपके पास जो तीसरे बेलपत्र हैं.उस बेलपत्र को शिवलिंग के जलाधारी को सपर्श कराकर.जिस बेल के पौधे से बेलपत्र तोरा गया है.उस पेड़ के निचे  लाये गए बेलपत्र को रखकर उसे किसी भी पत्थर अथवा मिट्टी के ढेले से दबा दे.

यह प्रयोग आपको केवल एक ही प्रदोष के दिन करना है.एसा करने मात्र से belpatra ka prabhav यह है की  महादेव की कृपा से आपका दूकान स्वतः ही चलने लगेगा.

vastu dosh : कैसे करें अपने घर के वास्तु दोष के पहचान ? हो सकते हैं ये लक्ष्ण ..

Facebook

Website 

Disclaimer : यहाँ मुहैया सुचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है यह बताना आवश्यक है की Astroall.in  किसी भी तरह की मान्यता की पुष्टि नहीं करता है, इसके समुचित जानकारी के लिए सम्बंधित विशेषज्ञसे सलाह अवश्य लें |

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Related articles